नदियों से ही जीवन उपजा इनका दिल से धन्यवाद करें..। नदियों से ही जीवन उपजा इनका दिल से धन्यवाद करें..।
संस्कृतिकरण का अनोखा जहर देखा जिधर देखा वहां गांव में शहर बसा रिश्तो का क्या है वो तो चलते चलते बन... संस्कृतिकरण का अनोखा जहर देखा जिधर देखा वहां गांव में शहर बसा रिश्तो का क्या ह...
त्याग तपस्या व करुणा से मातृभूमि झलकती है। इस मिट्टी में सोना चमके हीरे मोती झलकते हैं। त्याग तपस्या व करुणा से मातृभूमि झलकती है। इस मिट्टी में सोना चमके हीरे...
संस्कृति हूँ, सभ्यता हूँ हर ग्रंथों का सार हूँ। मैं लज्जा की परतों में सिमटी नारी हूँ। संस्कृति हूँ, सभ्यता हूँ हर ग्रंथों का सार हूँ। मैं लज्जा की परतों में सिमटी नार...
जाने क्या क्या संग्रह कर अपने अंतर्गत में रखता संग्रहालय।। जाने क्या क्या संग्रह कर अपने अंतर्गत में रखता संग्रहालय।।
अव्यवस्थित सा दिख रहा हर तंत्र है, क्या सचमुच हो गए हम स्वतंत्र हैं ? अव्यवस्थित सा दिख रहा हर तंत्र है, क्या सचमुच हो गए हम स्वतंत्र हैं ?